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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को गुरुग्राम में टेस्ला इंडिया मोटर्स के देश के पहले ‘ऑल-इन-वन’ सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि हरियाणा केवल एक उपभोक्ता बाजार नहीं, बल्कि भारत की उभरती हुई विनिर्माण महाशक्ति है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में टेस्ला भारत में अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण संयंत्र भी हरियाणा में स्थापित करेगी और उससे जुड़ी सहायक इकाइयाँ भी प्रदेश में लगेंगी।
उद्योगों की ‘कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस’ घटाने पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार उद्योगों की ‘कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस’ को न्यूनतम करने के लिए लगातार नीतिगत सुधार कर रही है। औद्योगिक प्लॉटों के लिए विशेष लीजिंग नीति लागू की गई है, ताकि नए उद्यमियों को निवेश में सुविधा हो। इसके साथ ही स्थानीय सप्लाई चेन को मजबूत करने पर भी सरकार विशेष ध्यान दे रही है।
विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश में विदेश सहयोग विभाग की स्थापना की गई है, जो अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से सीधा संवाद स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का मजबूत इको-सिस्टम तैयार किया है, जिसके चलते हरियाणा आज देश के टॉप अचीवर राज्यों में शामिल है।
उन्होंने गर्व से कहा कि देश में सर्वाधिक यात्री कारों का निर्माण हरियाणा में होता है, जो राज्य की औद्योगिक क्षमता को दर्शाता है।
11 वर्षों में निर्यात में रिकॉर्ड उछाल, 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश और उद्योग हितैषी नीतियों के कारण हरियाणा आज आशाओं और अवसरों की धरती बन गया है। प्रदेश देश के समृद्ध राज्यों की श्रेणी में शामिल हो चुका है और राष्ट्रीय जीडीपी में हरियाणा का योगदान 3.6 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से पहले प्रदेश का निर्यात लगभग 70 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 2 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी हरियाणा को बड़ी उपलब्धि मिली है—देश में दूसरा और उत्तर भारत में पहला स्थान।
42 कानूनों में 164 अपराधी प्रावधान खत्म, कारोबारियों को लालफीताशाही से राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अप्रासंगिक और जटिल कानूनों में बदलाव कर कारोबारियों को लालफीताशाही से मुक्ति दिलाई है।
उन्होंने बताया कि जन विश्वास अध्यादेश-2025 को 11 अक्टूबर को अधिसूचित किया गया, जिसके तहत 42 राज्य अधिनियमों में मौजूद 164 अपराधी प्रावधानों को समाप्त किया गया है। इसके प्रभावस्वरूप पिछले 11 वर्षों में प्रदेश में 12 लाख 20 हजार से अधिक एमएसएमई इकाइयाँ स्थापित हुई हैं, जिनसे 49 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
‘हर्ट टू हर्ट’ मॉडल के साथ आगे बढ़ रहा हरियाणा
मुख्यमंत्री ने कहा,“हरियाणा केवल बी-टू-बी या जी-टू-जी मॉडल पर नहीं, बल्कि एच-टू-एच यानी ‘हर्ट टू हर्ट’ मॉडल पर काम कर रहा है।” उन्होंने बताया कि हरियाणा वर्ष 2047 तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। स्टार्टअप, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी आधारित उद्योगों को टेस्ला जैसे विश्वस्तरीय ब्रांड के माध्यम से बढ़ावा मिल रहा है।
स्टार्टअप में देश का 7वां सबसे बड़ा राज्य बना हरियाणा
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा स्टार्टअप की संख्या में देश का 7वां सबसे बड़ा राज्य बन चुका है। वर्तमान में प्रदेश में 9,100 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स कार्यरत हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित नवाचार को बढ़ावा देने के लिए गुरुग्राम और पंचकूला में एआई हब स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही, एआई, रोबोटिक्स, बायोटेक्नोलॉजी और डीप-टेक जैसी भविष्य की तकनीकों के लिए डिपार्टमेंट ऑफ फ्यूचर का गठन किया गया है। प्रदेश में अलग एमएसएमई विभाग बनाया गया है और उद्योग पंजीकरण के लिए ऑनलाइन सुविधा भी शुरू की गई है।











